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Thursday, April 7, 2011

हसी के हस गुल्ले (हिन्दी जोकस)

Hindi Jokes

मंत्री जी और उनकी पत्नी कार में कहीं जा रहे थे। कार की खिड़कियां बद थी। मंत्री जी की पत्नी बोली, ''कार के भीतर बड़ी गर्मी है। क्यों न खिड़कियां खोल दी जाए।' मंत्री जी बोले, ''नहीं, इससे पब्लिक को पता चल जाएगा कि हमारा कार एयर कंडीशनर नहीं है।

कर्मचारी नेता जी के पास भागता हुआ आया-÷सर यमुना का पानी, खतरे से ऊपर आ गया है।'
''बेवकूफ, खतरे की पट्टी को, पानी से ऊपर लगाओ।' नेताजी ने आदेश वाले अंदाज में उत्तर दिया।

पत्रकार, ''नेताजी, एक बात बताइए, आप अपना वजन किसलिए बढ़ा रहे हैं?''
नेताजी, ''क्या है कि, कुछ दिनों बाद, लोग मुझे, सिक्कों में, तोलने वाले हैं।'

दो आदमी आपस में झगड़ रहे थे पहला आदमी बोला, ''मै एक हाथ से तेरे बत्तीस दाँत तोड़ दूंगा।''
दूसरा, ''मैं चौसठ दाँत दूंगा।''
एक तीसरा आदमी जो पास खड़ा उनकी बाते सुन रहा था हंसकर बोला, ''इसे मालूम ही नही कि, एक आदमी के बत्तीस से अधिक दाँत होते ही नहीं।''
दूसरा आदमी, ''मुझे मालूम था कि तुम बीच से जरूर बोलोगे इसलिए मैंने बत्तीस तुम्हारे भी गिन लिये थे।''

एक बार एक नेताजी की पत्नी अपने पति के अपोजिट चुनाव में खड़ी हुई। भाग्यवश वह जीत गई और उनका पति हार गया। प्रेस कान्फ्रेंस में पत्रकार ने उससे प्रश्न किया.... ''आपके मन में चुनाव लड़ने का विचार कैसे आया?'' वह बोली, ''घर में जब भी पति से मेरी लड़ाई होती थी हमेशा जीत मेरी ही होती थी। इससे ही मुझे चुनाव लड़ने की प्रेरणा मिली।''

दिनेश, ''इतनी तेजी से कहाँ जा रहे हो?''
रमेश, ''पुलिस स्टेशन! मेरे घर में चोर घुस आया है।''
दिनेश, ''बीबी को अकेला छोड़ दिया?''
रमेश, नहीं, ''उसने चोर को बांहो में जकड़ रखा है।''

नेताजी अपनी आंख विदेश से बनवाकर लौटे तो चमचों ने उन्हें घेर लिया। नेताजी अपनी विदेशी आंख पर गौरवान्वित होते हुए बोले ''कोई नहीं बता सकता कि मेरी कौन सी आंख असली है, कौन सी नकली।''
''मैें बता सकता हूं'' एक चमचा बोला।
''अच्छा तो बताओ,'' नेताजी ने कहा। ''आपकी बायीं आंख नकली है?, ''दायीं असली है,'' चमचा बोला।
''अरे तुम्हें कैसे पता चला,'' नेताजी हैरानी से बोले।
''बड़ी आसानी से सरकार! आपकी बायीं आंख में दयाभाव साफ दिखाई देता है, बस मैं समझ गया यही नकली आंख है।'' चमचे ने मुस्कुराते हुए कहा।

सुमित, ''हैलो अमित, तुम कितने बदल गए हो।''
अजनबी, ''क्षमा कीजिए मेरा नाम अमित नहीं।''
सुमित, ''अच्छा अब तुमने अपना नाम भी बदल लिया है।''

''आ जाओ कुत्ते से डरो नहीं।'' एक व्यक्ति ने घर आये मेहमान से कहा,
''क्यो क्या काटता नहीं?'' मेहमान ने पूछा।
''यह तो मैं भी देखना चाहता हूँ। क्योंकि इसे फिलहाल ही खरीदकर लाया हूँ।''



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