Indian Traditional Wear Saree wearing Tips
साड़ी पहनने का सही ढंग आधुनिक दौर में बहुत जरूरी हो गया है। साड़ी महिलाओं के सौंदर्य को दोगुना बढ़ा देती है। अत एव महिलाओं को हमेशा साड़ी अपने शरीर के गठन व उम्र को ध्यान में रखकर पहननी चाहिए। साड़ी पहनते समय निम्न बातों को अवश्य ध्यान में रखे-
1. साड़ी, मौसम, समय तथा अवसर के अनुकूल ही पहनें। साड़ी के चयन के साथ-साथ अगर ब्लाउज के च्वाइस में भी सूझबूझ का परिचय दें तो इससे साड़ी में और भी निखार आएगा।
2. साड़ी के साथ हमेशा मैंचिंग ब्लाउज पहनें। मैचिंग न हो तो कन्ट्रास पहनें। वैसे भी आजकल साड़ी के साथ कन्ट्रास का चलन है। आपको कन्ट्रास रंग ज्यादा पसंद है तो जरूर पहनें क्योंकि वह साड़ी की शोभा को बढ़ा देता है।
3. ब्लाउज की फिटिंग सही होनी चाहिए। कपड़ा चाहे हल्का या सस्ता ही हो लेकिन फिटिंग से आप चुस्त नजर आएंगी।
4. साड़ी पहनते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि साड़ी का फॉल कहीं से गंदा या उधड़ा हुआ न हो।
5. साड़ी ऊंची-नीची हो या पल्ला छोटा-बड़ा हो, दोनों ही बातें आपकी फुहड़ता को प्रदर्शित करती है। इसलिए जब साड़ी बांधना शुरू करें तो चुन्नट देने से पहले पल्ला सेट करें। पल्ला सेट करने के लिए बॉर्डर के किनारे पर तीन यार चार चुन्नटें दें। फिर आगे को बल देकर पिन लगाते हुए साड़ी सेट करें। इससे साड़ी हिलेगी नहीं, सेट रहेगी।
6. यदि आप शाम की पार्टी में जा रही हो तो या फिर शॉपिंग के लिए अथवा घूमने तो उल्टे पल्ले की साड़ी पहनें।
7. सीधे पल्ले की साड़ी मन मोह लेती है। यदि हल्के प्रिंट की साड़ी सीधा पल्ला लेकर पहनी जाए तो वह खुबसूरती को और भी बढ़ा देगी।
8. यदि आपको आधुनिक पार्टी में जाना हो तो साड़ी को मुमताज स्टाइल में पहनें। आप साड़ी जैसे बांधती हैं उसी तरह शुरू करें। साड़ी के दो बल थोड़े से चौड़े लें। वैसे ही पल्ला सेट करने के लिए ही बल देते हुए कंधे पर पल्ला सेट करते हैं। परन्तु मुमताज स्टाइल में तीन-चार बल देते हुए बांध कर चाहे डिस्को करें या घूमें फिरें। कोई दिक्कत नहीं होगी। ऊपर आप पार्टी की शान भी बनेंगी।
9. कंधे पर पल्ले वाली साड़ी पहनने के लिए साड़ी बांधकर लहराता पल्ला। कंधे पर डालें। ऐसा करके आप न जाने कितनों का दिल चुरा लेंगी। साथ ही शालिनता परिचय देंगी।
यदि आपका मन यदि लहंगा पहनने का कर रहा हो और आपके पास मन भाता लहंगा न हो तो साड़ी लहंगा स्टाइल में पहनें। इससे आप रात की किसी पार्टी, शादी-ब्याह के मौके पर बांध सकती हैं। लहंगा स्टाइल में आप अगर कढ़ाई वाली या बारीक काम की साड़ी को बांधेंगी तो यह स्टाइल आप पर खूब जचेगा और चाल-ढाल में लुभावनी अदा झलकेगी।
10. साड़ी पहनते समय कम से कम पिनों का प्रयोग करें। जरा सा खिंचने पर पल्ले या पलटों का फटने का भय रहता है।
11. साड़ी पहनकर उस पर तीखे परफ्यूम का सीधा झिड़काव न करें। इससे साड़ी की जरी-कढ़ाई, रंग व प्रिंट प्रभावित होते हैं। अतः परफ्यूम को कनपटी गले के नीचे व कलाइयों पर लगायें। जिससे लंबे समय तक आपको सुगंध व ताजगी का अहसास रहेगा।
12. गोरी महिला पर हल्के तथा गहरे दोनों रंग खिलते हैं पर सांवली महिला को हल्क रंग की साड़ी पहननी चाहिए।
13. भारी साड़ी के साथ ब्लाउज अन्य साड़ियों के साथ नपहनें अन्यथा कई बार धोने से उन का रंग बदरंग हो जाएगा। जिससे भारी साड़ी भी उतनी खूबसूरत नहीं लगेगी।
14. बहुत पतली महिला के लिए गहरे रंग की साड़ी अधिक जचेंगी।
15. लंबे कद की महिलाओं पर चौड़े बार्डर की तथा साड़ी के विपरीत रंग का ब्लाऊज ज्यादा जचेंगी।
16. छोटे कद की महिला एक हीरंग की साड़ी व ब्लाउज पहनें तो ज्यादा जचेगा। बड़े बार्डर या आड़ी धारियों वाली साड़ीउसे हरगिज नहीं पहनना चाहिए।
17. भारी शरीर वाली महिला को बड़े प्रिंट व आड़ी धारियों वाली जॉर्जट, शिफान तथा क्लफ (मावा) लगी साड़ी पहनने से आकर्षण बढ़ जाता है। भारी शरीर वाली महिला को ढीलाढाला पेटीकोट न पहन कर टाईट फिटिंग वाला पेटिकोट ही पहनना चाहिए।
18. प्रौढ़ तथा वृद्ध महिलाओं को गहरे रंग तथा चटक रंग की साड़ी नहीं पहनना चाहिए।
19. गर्मियों में हल्के रंग की साड़ी से गर्मी कम लगेगी। सर्दियों में रेशमी साड़ी पहनने से सर्दी कम लगेगी। गर्मियों में शिफान की साड़ी अच्छी नहीं रहती। बरसात के मौसम में गहरे तथा चटक रंग की नॉयलोन की साड़ी ठीक रहती है।
20. ऑफिस या नौकरी पर जाते समय तड़क-भड़क वाली चटकीली साड़ी न पहने।
21. पिकनिक पर जाते समय सिंथेटिक साड़ी पहनें ताकि सिलवटें न पड़े तथा आप स्वच्छता से पिकनिक का आनंद लें सकें।
22. सगाई, शादी की वर्षगांठ या जन्म दिन की पार्टी में गहरे रंग की, हल्के काम की, गोटे किनारी की, कम जरी वाली साड़ी पहन सकती हैं। पर बहुत हल्के रंग की सफेद साड़ी कभी ना पहनें। शादी में जाएं तो कीमती चमकदार बनारसी साड़ी पहनने की कोशिश करें।
23. यदि आज शोक प्रकट करने जाए तो सफेद या हल्के रंग की साड़ी पहने व श्रृंगार बिल्कुल ना करें।
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