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Thursday, December 27, 2018

संकट मोचिनी कालिका सिद्धि कवच | Sankat Mochinee Kalika Siddhi Kawach


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संकट मोचिनी कालिका सिद्धि कवच 
Sankat Mochinee Kalika Siddhi Kawach

Price: Rs. 2350
काली शब्द का अर्थ हैं "काल की पत्नी" हिन्दू धर्म में भगवान शिव को काल कहां गया हैंइसलिए शिव की पत्नी को काली नाम से संबोधित किया गया हैं।
भगवती काली के रुप-भेद का वर्णन विभिन्न शास्त्रों में असंख्य रुपों में किया गया हैं। वास्तव में सभी देवीयांयोगिनियां आदि भगवती की ही प्रतिरुपा मानी गई हैंजिनके प्रमुख आठ भेद माने जाते हैं। (१) चिन्तामणि काली, (२) स्पर्शमणि काली, (३) सन्ततिप्रदा काली, (४) सिद्धि काली, (५) दक्षिण काली, (६) कामकला काली, (७) हंस काली एवं (८) गुह्य काली।
इनके अतिरिक्त यह तीन भेद विशेष प्रसिद्ध हैं जो क्रमशः (१) भद्रकाली, (२) शमशान काली तथा (३) महाकालीइनकी उपासना भी विशेष रुप से होती हैं।
काली कवच के विषय में विद्वानों का कथन हैं की काली कवच तीनों लोकों का आकर्षण करने वाला हैं। पूर्ण श्रद्धा एवं विधि-विधान से निर्मित कवच को धारण करने वाला प्राणी त्रैलोक्य विजयी हो सकता हैं। वह त्रैलोक्य को मोहित करने वालामहाज्ञानी तथा समस्त सिद्धियों का स्वामी बन सकता हैं। कवच को अपने कंठ अथवा दायीं भुजा पर धारण करने वाला व्यक्ति धनवानसंतानवानश्रीवान तथा अनेक विद्याओं सम्पत्तियों का स्वामी बनता हैं।
कुछ विद्वानों ने अपने अनुभवों में पाया हैं की विधि-विधान से निर्मित इस कवच के प्रभाव से मृतवत्सावन्ध्या अथवा संतान हीन स्त्री यदि कवच को अपने कंठ अथवा भुजा पर धारण करती हैं तो उसे संतान सुख प्राप्त हो सकता हैं।
विद्वानों का कथन हैं की इस कवच को किसी पराये शिष्यभक्तिहिन या अपरिचित को नहीं देना चाहिए। इस लिए कवच केवल उसी को प्राप्त होना चाहिए जो इसके लिए योग्य हो।

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